वार
रविवार-इस दिन पूर्व, उत्तर, आग्नेय (दक्षिण-पूर्व) यात्रा ग्राह्य है। पश्चिम, वायव्य पश्चिम दिक्शूल है। विज्ञान, इंजीनियरिंग, सेना, उद्योग, बिजली, मेडिकल तथा प्रशासनिक शिक्षा संबंधी कार्यों का शुभारंभ उत्तम माना गया है। इसके अतिरिक्त व्यापार संबंधी कार्यों में राज्य प्रशासनिक कार्य, ज्वेलर्स, औषधि, शस्त्र, अग्नि, अनाज, सोना, ताम्बा, चांदी, गाय, बैल आदि का क्रय-विक्रय, मंत्रानुष्ठान और यज्ञादि कार्य शुभ माने जाते हैं।
सोमवार- यात्रा में शुभ दिशाएं पश्चिम, दक्षिण, वायव्य (उत्तर-पश्चिम) है। यात्रा में त्याज्य दिशा पूर्व, उत्तर, आग्नेय दिशा है। विद्या संबंधी कार्यों में लेखन कार्य, सौन्दर्य प्रसाधन, औषधि निर्माण व योजना संबंधी कार्य उत्तम। व्यापार संबंधी कार्यों में कृषि, गाय, भैंस, दूध, दही, डेयरी फार्म, औषधि, तरल पदार्थ, शंख, मोती, धन-संपदा, सौन्दर्य प्रसाधन, सुगधित पदार्थों का क्रय-विक्रय तथा पत्राचार के कार्य शुभ हैं।
मंगलवार- दक्षिण, पूर्व, पूर्व-दक्षिण दिशाएं यात्रा में शुभ । उत्तर-पश्चिम, उत्तर, पश्चिम दिशा त्याज्य। विद्या एवं शिक्षा संबंधी कार्यों में बिजली, सर्जरी, शस्त्र विद्या सीखना, भूगर्भ विज्ञान, दंत चिकित्सा का कार्य उत्तम। व्यापार संबंधी कार्यों में बिजली से संबंधित कार्य, बेकरी, स्पोर्टस, सोना, तांबा, मूंगा, पीतलादि का क्रय, भूमि, सर्जरी तथा रक्षा सामग्री आदि के कार्य शुभ ।
बुधवार- यात्रा में दक्षिण, पूर्व, नैऋत्य (दक्षिण-पश्चिम) शुभ । उत्तर, पश्चिम, ईशान (पूर्व-उत्तर) दिशा त्याज्य। विद्या एवं शिक्षा संबंधी कार्यों में गणित, लेखनादि, बौद्धिक कार्य, बैंक, वकालत, तकनीकी, ज्योतिष, विज्ञान, वाहन चलाना आदि उत्तम। व्यापार संबंधी कार्यों में कृषि, व्यापारिक वस्तुओं का क्रय-विक्रय, शेयरों का क्रय-विक्रय, पुस्तक लेखन, प्रशासन, लेखाकार्य, शिक्षण, वकालत, शिल्प एवं संपादन कार्य, वाहन क्रय-विक्रय उत्तम।
गुरुवार- यात्रा में पूर्व, उत्तर, ईशान दिशा ग्राह्य। दक्षिण, पूर्व, नैऋत्य दिशा त्याज्य। विद्या एवं शिक्षा संबंधी कार्यों में दर्शन शास्त्र, धर्म, तंत्र, ज्योतिष, वकालत, वैद्यक कार्य उत्तम और व्यापार संबंधी कार्यों में धार्मिक अनुष्ठान, शिक्षा के कार्य, आभूषण, औषधि, वाहन, भूमि का लेन-देन, विदेश गमन शुभ।
शुक्रवार- यात्रा में पूर्व, उत्तर, ईशान दिशा ग्राह्य। पश्चिम, दक्षिण, नैऋत्य दिशा त्याज्य। विद्या एवं शिक्षा संबंधी कार्यों में नृत्य, वाद्य, गायन, कला, संगीत, अभिनय, गीत, काव्य रचना, सौन्दर्य संबंधी शिक्षा तथा व्यापार संबंधी कार्यों में संगीत, सिनेमा, आभूषण व खुशबूदार वस्तुओं का क्रय-विक्रय उत्तम।
शनिवार- पश्चिम, दक्षिण, नैऋत्य दिशा ग्राह्य। पूर्व, उत्तर व ईशान दिशा त्याज्य। विद्या एवं शिक्षा संबंधी कार्यों में तकनीकी, शिल्प, कला, मशीनरी व ज्ञान संबंधी अंग्रेजी भाषा, उर्दू, फारसी का ज्ञान प्रारंभ करना शुभ तथा व्यापार संबंधी कार्यों में मशीनरी, लोहा, लकड़ी, चमड़ा, सीमेंट, तेल, पेट्रोल, पत्थर, भूमि, ठेकेदारी, शस्त्रों का क्रय-विक्रय, आपरेशन कार्य, वाहन प्रयोग व विदेश यात्रा उत्तम।
आप इन 7 दिनों में नोकरी ,सगाई ,वाहन ,मशीनरी ,आभूषण खरीदना ,कर्ज लेना या देना निचे दिए गए
सोमवार। …... चंद्रवार इंदुवार पीर, अंग्रेज़ी : Monday, फ्रांसीसी : lundi
बुधवार। ....... वेद अध्यन ,प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करना , नया पुराना वाहन खरीदना
शुक्रवार। ….... नाच गाना [शूटिंग ] कर्ज लेने जाना
1. सोमवार : सोमवार को निवेश करना अच्छा माना गया है। यदि आप सोना, चांदी या शेयर में निवेश करने का सोच रहे हैं तो सोमवार को चुने।
2. मंगलवार : मंगलवार सेक्स के लिए खराब है। इस दिन सेक्स करने से बचना चाहिए। मंगलवार को बहुत से धर्मों में ब्रह्मचर्य का दिन भी माना जाता है। इस दिन आप अच्छे से सेक्स भी नहीं कर पाएंगे। यह दिन शक्ति एकत्रित करने का दिन है।
4. गुरुवार : यदि आप किसी बुरी लत के शिकार है - जैसे सिगरेट, तंबाखू, शराब आदि तो उसे छोड़ने के लिए आप गुरुवार को चुने, क्योंकि गुरुवार को छोड़ते वक्त आपमें संकल्प की अधिकता होती है और यह पवित्र दिन भी है। तो गुरुवार को आदत छोड़ने का दिन माना गया है।
5. शुक्रवार : शुक्रवार सेक्स के लिहाज से अच्छा दिन है, लेकिन सर्वे से पता चला है कि शुक्रवार नौकरी से निकाले जाने का दिन भी। इसलिए अच्छा यह भी है कि आप इस दिन खट्टा न खाएं तो आपके साथ अच्छा ही होगा।
6. शनिवार : शनिवार को क्षमा मांगने का दिन भी माना जाता है, लेकिन सर्वे से यह पता चला कि बच्चों को जन्म देने के लिए शनिवार बेहतर है। शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है। इससे आपके अच्छे भले जीवन में तूफान आ सकता है।
7. रविवार : रविवार अच्छे-अच्छे पकवान खाने के लिए उत्तम दिन है, लेकिन सर्वे कहता है कि खाना बनाने के लिए रविवार सबसे खराब दिन है। इसका मतलब यह कि महिलाएं चाहती है कि इस दिन हमें भी किचन से छुट्टी मिलें।
रविवार: जिन लोगों का जन्म रविवार के दिन हुआ है वे सामान्यत: भाग्यशाली रहते हैं। इनकी आयु भी अधिक रहती है। कम बोलने वाले ये लोग कला और शिक्षा के क्षेत्र में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं। साथ ही ये लोग धर्म में रूचि रखते हैं और घर-परिवार के सदस्यों को खुश रखने का प्रयास करते हैं। सामान्यत: ये लोग 20 से 22 वर्ष की आयु तक कष्ट झेलते हैं।
सोमवार: सोमवार को जन्म लेने वाले व्यक्ति हंसमुख और मीठा बोलने वाले होते हैं। सुख-दुख में सम भाव रखते हैं। विद्यावान, कला कुशल और बहादुर होते हैं। ये लोग कफ रोगों से परेशान रहते हैं। बीमारियों के कारण कमजोरी बनी रहती है। इन लोगों के लिए 9, 12, 27 वर्ष की आयु में कुछ परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। सामान्यत: इनका जीवन ऐश और आराम से व्यतित होता है।
मंगलवार: जिन लोगों का जन्म मंगलवार के दिन हुआ है वे धनी होते हैं। सामान्यत: इन लोगों का स्वभाव उग्र होता है, इसी कारण ये लोग अपने आसपास रहने वाले कई लोगों से नाराज रहते हैं। इन्हें ब्लड और स्कीन से संबंधित रोग हो सकते हैं।
बुधवार: बुधवार के दिन जन्म लेने वाले लोग सामान्यत: धर्म-कर्म में ध्यान लगाने वाले होते हैं। ये बुद्धिमान और मधुर भाषी होते हैं। विद्वान और धार्मिक जीवन जीने वाला इनका स्वभाव होता है। माता-पिता से विशेष प्रेम रखते हैं। 8 और 22 वर्ष की आयु में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
गुरुवार: जिन लोगों का जन्म गुरुवार के दिन हुआ है वे बुद्धिमान होते हैं। पराक्रमी होते हैं, किसी भी मुश्किल समय का सामना बड़ी ही समझदारी और साहस के साथ करते हैं। इन लोगों के मित्र अच्छी संगती वाले होते हैं। मित्रों की ओर से सदैव प्रसन्न रहते हैं। 7, 12, 13, 16 और 30 वर्ष की आयु में संकट का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्रवार: शुक्रवार का दिन व्यक्ति को हंसमुख स्वभाव देता है। ये लोग बुद्धिमान और मधुरभाषी होते हैं। सहनशीलता के कारण कठिन समय का सामना भी अच्छे से कर लेते हैं। ऐश्वर्यपूर्ण जीवन इन लोगों को काफी पसंद होता है। कला के क्षेत्र में ये लोग खास मुकाम हासिल करते हैं। 20 और 24 वर्ष की आयु में इन्हें कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शनिवार: जिन लोगों का जन्म शनिवार के दिन हुआ है वे कृषि या व्यापार में विशेष रूचि रखते हैं। छोटी आयु में कुछ परेशानियां हो सकती हैं। इन लोगों को मित्रता में सावधान रहने की आवश्यकता होती है। माता-पिता, भाई-बहनों की ओर से इन्हें पूर्ण सुख प्राप्त नहीं हो पाता है। इन लोगों को 20, 25 और 45 वर्ष की आयु में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
द्वारा हम मानसिक, शारीरिक और आत्मिक शान्ति प्राप्ति कर सकते
हैं, इसी के साथ यह रोग व तमाम तरह की व्याधियों से दूरी बना
पाने में सहज ही सफलता पा सकते हैं। अपने कर्म के अनुसार सभी
को सप्ताह में एक बार उपवास अवश्य रखना चाहिए। सप्ताह का हर
दिन स्वयं में मंगलकारी होता है।
सोमवार-
सोमवार के दिन उन
लोगों को उपवास रखना चाहिए जिनका स्वभाव ज्यादा उग्र होने की
वजह से ज्यादा गुस्सा आता हो। सोमवार का दिन चन्द्रमा का होता
है। इसी दिन सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की अवस्था इस तरह की
होती है कि हमारे शरीर पर उसका शान्तिदायक प्रभाव पड़ता है।
मंगलवार-
हर कार्य में
मंगलकारी परिणाम प्राप्त करने के लिए मंगलवार का उपवास रखना
चाहिए।
आत्मिक ज्ञान प्राप्त करने वाले इच्छुक व्यक्तियों को बुधवार
के दिन उपवास रखना चाहिए क्योंकि बुधवार का दिन बुद्धि
प्राप्ति का दिन होता है।
गुरुवार-
उथली व छिछली
मानसिकता वाले व्यक्तियों को बृहस्पतिवार का उपवास अवश्य रखना
चाहिए।
शुक्रवार-
शीघ्रपतन, प्रमेह रोग
के रोगियों को शुक्रवार के दिन उपवास रखना चाहिए क्योंकि
शुक्रवार ओज, तेजस्विता, शौर्य, सौन्दर्यवर्धक और शुक्रवर्धक
होता है।
शनिवार-
समस्त दुःखों एवं
परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन उपवास रखना
चाहिए।
रविवार- रविवार सूर्य का दिन
होता है। अच्छा स्वास्थ्य व तेजस्विता पाने के लिए रविवार के दिन उपवास रखना चाहिए।
ध्यान रखें कि केवल एक दिन के उपवास के लिए पूर्व में किसी भी तैयारी की
आवश्यकता नहीं पड़ती है। एक दिन का उपवास कभी भी किया जा सकता
है। उपवास रखने के दूसरे दिन सुबह मौसंबी, संतरा, गाजर, लौकी
के रस से या सब्जियों के सूप से उपवास तोड़ना चाहिए। जो लोग
केवल पानी पर निर्भर रहकर उपवास रहते हैं, ऐसे लोग नींबू पानी,
शहद या फलों के रस पर निर्भर रहकर उपवास रख सकते हैं।
मंगलवार के दिन हनुमानजी को सिंदूर व चमेली का तेल चढ़ाकर या नया चोला चढ़ाने से सभी प्रकार की बाधा दूर होती है।
बुधवार के दिन माता को अपना सिर नहीं धोना चाहिए, ऐसा करने से बच्चे को कोई भी कष्ट आ सकता है और स्वास्थ्य बिगड़ता है।
मंगलवार के दिन किसी को भी ऋण नहीं देना चाहिए, नहीं तो वह ऋण आसानी से नहीं मिलता।
मंगलवार को ऋण चुकाने के लिए अच्छा दिन माना जाता है। ऐसा करने से कभी भी ऋण लेने की जरुरत नहीं पड़ती।
बुधवार के दिन धन को जमा करने से अपने धन में इज़ाफ़ा होता है और इस दिन कोई भी लेंन-देंन नहीं करना चाहिए।
गुरुवार के दिन शेविंग नही करना चाहिए नहीं तो संतान सुख में बाधा उत्पन्न होती है।
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