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सामान्य भाषा में कहें तो ज्योतिष माने वह विद्या या शास्त्र जिसके द्वारा आकाश स्थित ग्रहों,नक्षत्रों आदि की गति,परिमाप, दूरी इत्या‍दि का निश्चय किया जाता है।ज्योतिषशास्त्र लेकर हमारे समाज की धरण है कि इससे हमें भविष्य में घटनेवाली घटनाओं के बारे में आगे ही पता जाता है। वास्तव में ज्योतिषशास्त्र का रहस्य अथवा वास्तविकता आज भी अस्पष्ट है, या इस विद्या पर अन्धविश्वास हमें हमेशा ही भटकता रहता है। इसी विषय पर तर्कपूर्ण विचार प्रकट कर रहा हूँ।

ज्योतिषशास्त्र वज्योतिषी के ऊपर जो लोग विश्वास करते हैं, वे अपनी आपबीती एवं अनुभवों की बातें सुनते हैं। उन बातों मेंज्योतिषी द्वारा की गई भविष्यवाणी में सच हने वाली घटना का उल्लेख होता है। इन घटनाओं में थोड़ी बहुत वास्तविकता नजर आती है। वहीं कई घटनाओं में कल्पनाओं का रंग चडा रहता है क्योंकि कभी - कभार ज्योतिषी कीभविष्यवाणी सच होती है ? इस सच के साथ क्या कोई संपर्कज्योतिष शास्त्र का है?ज्योतिषियों कीभविष्यवाणी सच होने के पीछे क्या राज है ?ज्योतिषी इस शास्त्र के पक्ष में क्या - क्या तर्क देते हैं ? यह तर्क कितना सही है ?ज्योतिषशास्त्र की धोखाधड़ी के खिलाफ क्या तर्क दिये जाते हैं? इन सब बातों की चर्चा हम जरुर करेंगे लेकिन जिस शास्त्र को लेकर इतना तर्क - वितर्क हो रहा है ; उस बारे में जानना सबसे पहले जरुरी है। तो आइये , देखें क्या कहता हैंज्योतिषशास्त्र।

ज्योतिष को चिरकाल से सर्वोत्तम स्थान प्राप्त है । वेद शब्द की उत्पति "विद" धातु से हुई है जिसका अर्थ जानना या ज्ञान है ।ज्योतिष शास्त्रतारा जीवात्मा के ज्ञान के साथ ही परम आस्था का ज्ञान भी सहज प्राप्त हो सकता है ।

ज्‍योतिष शास्‍त्र मात्र श्रद्धा और विश्‍वास का विषय नहीं है, यह एक शिक्षा का विषय है।

पाणिनीय-शिक्षा41 के अनुसर''ज्योतिषामयनंयक्षुरू''ज्योतिष शास्त्र ही सनातन वेद का नैत्रा है। इस वाक्य से प्रेरित होकर '' प्रभु-कृपा ''भगवत-प्राप्ति भी ज्योतिष के योगो द्वारा ही प्राप्त होती है।

मनुष्य के जीवन में जितना महत्व उसके शरीर का है, उतना ही सूर्य, चंद्र आदि ग्रहों अथवा आसपास के वातावरण का है। जागे हुए लोगों ने कहा है कि इस जगत में अथवा ब्रह्माण्ड में दो नहीं हैं। यदि एक ही है, यदि हम भौतिक अर्थों में भी लें तो इसका अर्थ हुआ कि पंच तत्वों से ही सभी निर्मित है। वही जिन पंचतत्वों से हमारा शरीर निर्मित हुआ है, उन्हीं पंच तत्वों से सूर्य, चंद्र आदि ग्रह भी निर्मित हुए हैं। यदि उनपर कोई हलचल होती है तो निश्चित रूप से हमारे शरीर पर भी उसका प्रभाव पड़ेगा,क्योंकि तत्व तो एक ही है। 'दो नहीं हैं। o का आध्यात्मिक अर्थ लें तो सबमें वहीं व्याप्त है, वह सूर्य, चंद्र हों, मनुष्य हो,पशु-पक्षी, वनस्पतियां,नदी, पहाड़ कुछ भी हो,गहरे में सब एक ही हैं। एक हैं तो कहीं भी कुछ होगा वह सबको प्रभावित करेगा। इस आधार पर भी ग्रहों का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। यह अनायास नहीं है कि मनुष्य के समस्त कार्य ज्योतिष के द्वारा चलते हैं।

दिन, सप्ताह, पक्ष,मास, अयन, ऋतु, वर्ष एवं उत्सव तिथि का परिज्ञान के लिए ज्योतिष शास्त्र को केन्द्र में रखा गया है। मानव समाज को इसका ज्ञान आवश्यक है। धार्मिक उत्सव,सामाजिक त्योहार,महापुरुषों के जन्म दिन, अपनी प्राचीन गौरव गाथा का इतिहास, प्रभृति, किसी भी बात का ठीक-ठीक पता लगा लेने में समर्थ है यह शास्त्र। इसका ज्ञान हमारी परंपरा, हमारे जीवन व व्यवहार में समाहित है। शिक्षित और सभ्य समाज की तो बात ही क्या, अनपढ़ और भारतीय कृषक भी व्यवहारोपयोगी ज्योतिष ज्ञान से परिपूर्ण हैं। वह भलीभांति जानते हैं कि किस नक्षत्र में वर्षा अच्छी होती है, अत: बीज कब बोना चाहिए जिससे फसल अच्छी हो। यदि कृषक ज्योतिष शास्त्र के तत्वों को न जानता तो उसका अधिकांश फल निष्फल जाता। कुछ महानुभाव यह तर्क प्रस्तुत कर सकते हैं कि आज के वैज्ञानिक युग में कृषि शास्त्र के मर्मज्ञ असमय ही आवश्यकतानुसार वर्षा का आयोजन या निवारण कर कृषि कर्म को संपन्न कर लेते हैं या कर सकते हैं। इस दशा में कृषक के लिए ज्योतिष ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। परन्तु उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज का विज्ञान भी प्राचीन ज्योतिष शास्त्र का ही शिष्य है।ज्योतिष सीखने की इच्छा अधिकतर लोगों में होती है। लेकिन उनके सामने समस्या यह होती है कि ज्योतिष की शुरूआत कहाँ से की जाये? बहुत से पढ़ाने वाले ज्योतिष की शुरुआत कुण्डली-निर्माण से करते हैं। ज़्यादातर जिज्ञासु कुण्डली-निर्माण की गणित से ही घबरा जाते हैं। वहीं बचे-खुचेभयात/भभोतजैसे मुश्किल शब्द सुनकर भाग खड़े होते हैं।अगर कुछ छोटी-छोटी बातों पर ग़ौर किया जाए, तो आसानी से ज्योतिष की गहराइयों में उतरा जा सकता है।

लेखक एवं संकलन कर्ता: पेपसिंह राठौड़ तोगावास

Monday 28 July 2014

जन्म तारीख व वार से जाने स्त्री या पुरुष का व्यक्तित्व और हाल



जन्म तारीख व वार से जाने स्त्री या पुरुष का व्यक्तित्व और हाल 

जन्म वार से जाने आपका हाल:-    Birth Day (जन्म वार से जाने आपका हाल)
जन्म वार का प्रभाव केवल व्यक्ति के भाग्य पर नहीं, उसके व्यक्तित्व पर भी पड़ता है। वार के अनुसार ही रंग, स्वभाव और शारीरिक बनावट भी होती है।
रविवार : यह सूर्य का दिन है। इस वार को जन्मे जातकों का सिर गोल व छोटा, कद लंबा, छाती चौड़ी होती है। ऐसे व्यक्ति साहसी, दानी, हंसमुख, महत्वाकांक्षी होते हैं। ये लोग हार नहीं मानते, पर स्वार्थ की पूर्ति जरूर कर लेते हैं।
सोमवार : इसे चंद्रमा का वार माना जाता है। यह मन का कारक भी है। इस दिन जन्मे जातक बड़े सिर और बड़ी आंखों वाले होते हैं। ये ठिगने होते हैं और कल्पनाशील भी होते हैं। ऐसे लोग मृदुभाषी होते हैं तथा इन्हें यात्रा व लेखन का शौक भी होता है। इनमें भाईचारे की भावना होती है। इस दिन जन्मी स्त्रियों को परिणय संबंध में सावधान रहने की जरूरत होती है।
मंगलवार : यह हनुमान जी का दिन माना जाता है। इस दिन जन्मे जातक सांवले रंग के होते हैं। इनकी गर्दन लंबी होती है। ऐसे लोग साहसी खिलाड़ी, भू माफिया, पुलिस के अधिकारी, सेनाध्यक्ष आदि होते हैं। अगर किसी जातक का जन्म मंगलवार की रात को हुआ हो, तो वे स्वार्थी होते हैं।
बुधवार : भगवान गणेश को बुधवार का स्वामी माना जाता है। इस दिन जन्मे जातक छोटे कद के, सामान्य रंग वाले और बहुत ज्यादा बोलने वाले होते हैं। ऐसे लोग वकील या संपादक के पद तक पहुंचते हैं। इस दिन जन्मी महिलाएं शीघ्र रूठने वाली, स्पष्ट बोलने वाली व व्यावसायिक कुशलता से पूर्ण होती हैं।
गुरुवार : गुरुवार के दिन जन्मे जातकों का शरीर लंबा होता है तथा आवाज भारी होती है। इनका शरीर स्वस्थ रहता है। ऐसे लोग कानूनविद, अधिकारी या जज के अलावा व्यापारी, नेता व अभिनेता बनते हैं। इस दिन जन्मी महिलाएं चरित्रवान, पति की सेविका, कुशल अध्यापिका बनने की क्षमता वाली होती हैं।
शुक्रवार : यह देवी लक्ष्मी का वार माना जाता है। इस दिन जन्मे जातकों का सिर बड़ा और शरीर दुबला-पतला होता है। इनकी बांहें लंबी होती हैं। ऐसे लोग विनोदी प्रकृति के होते हैं तथा फिल्म निर्माता, आभूषण विक्रेता, मिठाई निर्माता होते हैं। इस दिन जन्मी महिलाएं सुंदर, मधुर भाषिणी होती हैं।
शनिवार : इस दिन जन्मे जातकों का रंग सांवला होता है। इनकी आवाज कर्कश होती है और ये लोग चुगलखोर, आलसी व क्रोधी स्वभाव के होते हैं। इस दिन जन्मी महिलाएं कटुभाषिणी व पति से अनबन रखने वाली होती हैं। अगर किसी महिला का शनि अच्छे भाव में बैठे हों, तो वह ऐसी महिलाएं किसी कारखाने या मिल की मालकिन एवं श्रेष्ठ राजनीतिज्ञ होती हैं।
स्त्री या पुरुष की जन्म तारीख  से जाने व्यक्तित्व और हाल -
यदि आप अपने आसपास रहने वाले मित्रों या सहकर्मियों के आंतरिक गुण या दोष जानना चाहते हैं तो यहां आपकी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए एक विधि बताई जा रही है।
इस विधि के अनुसार आप किसी भी स्त्री या पुरुष की जन्म तारीख से भी काफी कुछ जान सकते हैं। एक वर्ष में 12 माह होते हैं और हर माह में दिनों की संख्या अलग-अलग है। यहां जानिए दिनांक 1 से 31 तक की जन्म तारीख वाले लोगों की खास बातें और किस्मत चमकाने के उपाय...
१ तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 1 तारीख को हुआ है उन सभी लोगों का लकी नंबर 1 होता है। अंक 1 का कारक ग्रह सूर्य है। इसलिए अंक 1 वाले सभी लोगों को सूर्य विशेष रूप से प्रभावित करता है।
अंक ज्योतिष के अनुसार 1 अंक वाले व्यक्ति रचनात्मक, सकारात्मक सोच वाले और नेतृत्वक्षमता के धनी होते हैं। ये लोग जो कार्य शुरू करते हैं उसे जब तक पूरा नहीं करते, इन्हें शांति नहीं मिलती। इन लोगों का विशेष गुण होता है कि यह हर कार्य को पूर्ण योजना बनाकर करते हैं, अपने कार्य के प्रति पूरे ईमानदार रहते हैं।
·        इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार विशेष लाभ देने वाले दिन हैं।
·        इनके लिए पीला, सुनहरा, भूरा रंग काफी फायदेमंद है।
·        तांबा और सोना से इन्हें विशेष लाभ प्रदान करता है।
·        इनके लिए पुखराज, पीला हीरा, कहरुवा और इस रंग के रत्न, जवाहरत आदि लाभदायक हैं।

२ तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 2 तारीख को हुआ हो, वे सभी अंक 2 वाले लोग माने जाते हैं। यह नंबर चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। चंद्रमा रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्रमा के सभी गुण अंक 2 वाले में विद्यमान रहते हैं।
जिस प्रकार चंद्रमा को चंचलता का प्रतीक माना जाता है कि ठीक उसी प्रकार अंक 2 वाले भी चंचल स्वभाव के होते हैं। चंद्र के प्रभाव से ये लोग प्रेम-प्रसंग में भी पारंगत रहते हैं।
·        इस अंक के लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शुक्रवार काफी शुभ दिन होते हैं।
·        इनके लिए हरा या हल्का हरा रंग बेहद फायदेमंद है। क्रीम और सफेद रंग भी विशेष लाभ देते हैं।
·        लाल, बैंगनी या गहरे रंग इनके लिए अच्छे नहीं होते।
·        अंक 2 वालों को मोती, चंद्रमणि, पीले-हरे रत्न पहनना चाहिए।
3 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 3 तारीख को हुआ है, वे लोग अंक 3 के व्यक्ति माने जाते हैं। अंक 3 वाले लोग काफी महत्वकांक्षी होते हैं।
अंक तीन का ग्रह स्वामी गुरु अर्थात बृहस्पति है। ज्योतिष और न्यूमरोलॉजी के अनुसार इस अंक से संबंधित लोगों पर बृहस्पति विशेष रूप से प्रभावित करता है। यह लोग अधिक समय तक किसी के अधीन कार्य करना पसंद नहीं करते, ये उच्च आकांक्षाओं वाले होते हैं।
इनका लक्ष्य उन्नति करते जाना होता है, अधिक समय एक जगह रुककर यह कार्य नहीं कर सकते। इन्हें बुरी परिस्थितियों से लडऩा बहुत अच्छे से आता है।
·        इनके लिए मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार अधिक शुभ होते हैं।
·        हर माह की 6, 9, 15, 18, 27 तारिखें इनके लिए विशेष रूप से लाभदायक हैं।
·        इन लोगों की अंक 6 और अंक 9 वाले व्यक्तियों से काफी अच्छी मित्रता रहती है।
·        रंगों में इनके लिए बैंगनी, लाल, गुलाबी, नीला शुभ होते है।
४ तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिस व्यक्ति का जन्म किसी भी माह की 4 तारीख को हुआ हो, उसका मूलांक 4 होता है। अंक ज्योतिष के अनुसार ऐसे व्यक्ति एक विशेष प्रकार के चरित्र वाले होते हैं। इस अंक का स्वामी यूरेनस होता है।
अंक 4 के लोग काफी संवेदनशील होते हैं। यह काफी जल्दी गुस्सा हो जाते हैं। छोटी-छोटी बातों का बुरा मान जाते हैं। इसी स्वभाव की वजह से इनके ज्यादा मित्र नहीं होते हैं। मित्र कम होने की वजह से यह लोग अधिकांश समय अकेलापन महसूस करते हैं। ये किसी को दुखी नहीं देख सकते।
·        अंक 4 वाले लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शनिवार भाग्यशाली दिन होते हैं।
·        इनके लिए 1, 2, 7, 10, 11, 16, 18, 20, 25, 28, 29 तारीखें विशेष लाभ प्रदान करने वाली होती हैं।
·        इन्हें नीला और ब्राउन कलर काफी फायदा पहुंचाता है अत: इन्हें इस रंग के कपड़े पहनना चाहिए।
5 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन व्यक्तियों का जन्म 5 तारीख को हुआ हो, वे सभी मूलांक 5 के लोग होते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 5 का स्वामी बुध ग्रह है। बुध ग्रह बुद्धि और विवेक का प्रतिक है। बुध के प्रभाव से इस अंक के व्यक्ति काफी बुद्धिमान और तुरंत निर्णय लेने वाले होते हैं।
अंक 5 वाले काफी स्टाईलिश होते हैं और वैसे ही कपड़े पहनना पसंद करते हैं। इनकी सभी से बहुत जल्द दोस्ती हो जाती है और ये सभी से अच्छी दोस्ती निभा सकते हैं। दोस्तों के लिए यह जितने उदार और शुभचिंतक होते हैं ठीक इसके विपरीत दुश्मनों के लिए उतने ही बुरे।
·        इन लोगों के लिए बुधवार और शुक्रवार शुभ होते हैं।
·        रंगों में इनके लिए हल्का ब्राउन, सफेद और चमकदार बेहद लाभदायक है।
·        इन्हें गहरे रंग के कपड़े कम से कम पहनना चाहिए।
·        इनके लिए 5, 14, 23 तारीखें भाग्यशाली होती हैं।
6 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 6 तारीख को हुआ है, वे सभी अंक 6 वाले माने जाते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 6 का स्वामी शुक्र ग्रह है। शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति काफी ग्लेमरस और हाई लाइफ स्टाइल के साथ जीवन जीते हैं। ऐसे लोगों से कोई भी बहुत ही जल्द आकर्षित हो जाता है। इसी वजह से इनके कई मित्र होते हैं और अधिकांश व्यक्तियों के एक से अधिक प्रेम संबंध होते हैं।
अंक 6 के लोग किसी भी कार्य को विस्तृत योजना बनाकर ही करते हैं, जिससे इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है। यह लोग स्वभाव से थोड़े जिद्दी होते हैं। जो कार्य शुरू करते हैं उसे जब तक पूरा ना कर ले इन्हें शांति नहीं मिलती।
·        इनके लिए मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार शुभ दिन होते हैं। इस दिन शुरू किए कार्यों में इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
·        किसी भी माह की 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30 तारिख के दिन शुभ होते हैं।
·        इन लोगों के लिए बैंगनी और काला रंग अशुभ है। इन्हें लाल या गुलाबी शेड्स के कपड़े पहनने चाहिए।
·        इन लोगों की मित्रता 3, 6, 9 अंक वालों से अच्छी रहती है।
·        ये लोग अंक 5 के लोगों से आगे बढऩे का बहुत प्रयास करते हैं परंतु पीछे रह जाते हैं।
7 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 7 तारीख को हुआ हो, वे अंक 7 वाले होते हैं। इस अंक के स्वामी वरुणदेव अर्थात् जल के देवता हैं। जल मूल रूप से चंद्रमा से संबंधित है। इसी वजह से इस अंक के लोगों पर चंद्रमा का विशेष प्रभाव रहता है।

अंक 7 लोग स्वतंत्र विचारों वाले और आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं। किसी को भी बड़ी आसानी से प्रभावित कर लेते हैं। चंद्र से संबंधित होने के कारण ये मन से बड़े ही चंचल होते हैं। इन्हें मजाक-मस्ती करना पसंद होता है। ये लोग इनके साथ रहने वाले मित्र आदि का हमेशा मनोरंजन करते रहते हैं। सभी को खुश रखते हैं।
·        अंक 7 वालों के लिए रविवार और सोमवार शुभ दिन होते हैं।
·        माह की 1, 2, 4, 7, 10, 11, 13, 16, 19, 20, 22, 25, 28, 29, 31 तारिखें शुभ फल देने वाली हैं।
·        इनके लिए हरा, पीला, सफेद, क्रीम और हल्के रंग लाभदायक है।
·        इन्हें गहरे रंगों के उपयोग से बचना चाहिए।
·        अंक 7 वालों को भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।
8 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
किसी भी माह की 8 तारीख को जन्म लेने वाले व्यक्ति अंक 8 वाले होते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार ये लोग काफी रहस्यमय स्वभाव के होते हैैं। इन्हें समझना काफी मुश्किल होता है।
अंक 8 के लोगों का व्यवहार अन्य अंक वालों से बिल्कुल अलग होता है। यह लोग हर बात को बहुत गहराई से सोचते हंै तथा बोलनेे में स्पष्टवादी होते हैं। इसलिए अपने जीवन में इनको कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है।
इस अंक के लोगों में मनोबल एवं आध्यात्मिक शक्ति अधिक होती है। इन लोगों का परमात्मा पर विश्वास अधिक होता है।
- इन लोगों के लिए शनिवार का दिन विशेष होता है। इसके साथ ही सोमवार और रविवार भी इनके लिए फायदेमंद रहते हैं।
·        इन लोगों के लिए किसी भी माह के लिए 8, 17 और 26 तारीखें बहुत शुभ रहती हैं।
·        रंगों में इनके लिए गहरा भूरा रंग, नीला, काला और बैंगनी शुभ रहता है।
·        इनके लिए काला नीलम या काला मोती धारण करना शुभ रहता है।
9 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की तारीख 9 को हुआ है वे अंक 9 के लोग होते हैं। अंक 9 का कारक मंगल ग्रह है और यह अंक मंगल का प्रतीक है। मंगल के प्रभाव से इन लोगों को गुस्सा काफी अधिक आता है। ये लोग जल्दबाजी में निर्णय ले लेते हैं और फिर बाद में इन्हें बुरा परिणाम झेलना पड़ता है।
सामान्यत: अंक 9 के लोग स्वप्रेरित होते हैं। खुद की प्रेरणा से कार्य करते हैं। अपने गुस्से के कारण ये लोग समाज में कई शत्रु बना लेते हैं। इन लोगों को दूसरों पर नियंत्रण काफी पसंद होता है, लेकिन जब इनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाती है तो वे संबंधित कार्य से हट जाते हैं।
·        अंक 9 वाले लोगों के लिए 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27 और 30 तारीखें विशेष फायदेमंद रहती है।
·        इन लोगों को अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। गुस्से पर नियंत्रण के बाद इन्हें कार्यों में कई उपलब्धियां हासिल हो जाती हैं।
·        इन लोगों के लिए रूबी रत्न धारण करना फायदेमंद रहता है। यह रत्न ऐसे धारण करना चाहिए कि ये हमेशा शरीर को स्पर्श करता रहे।
·        इनके लिए शुक्रवार, बृहस्पतिवार, मंगलवार शुभ दिन होते हैं।
10 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की तारीख 10 को हुआ है वे लोग रचनात्मक और खोज करने वाले होते हैं। इस अंक का कारक ग्रह सूर्य है। सूर्य के कारण इस अंक के लोगों को समाज में पूर्ण मान-सम्मान प्राप्त होता है।
इस अंक के लोग अपनी सफलता के मार्ग में आने वाली हर बाधा पर विजय प्राप्त कर लेते हैं। यह लोग अति महत्वकांशी होते हैं। ये लोग जिस भी क्षेत्र में कार्य करते हैं सफलताएं और ऊंचाइयां प्राप्त करते हैं। इस अंक वाले लोग सम्मान के भूखे होते हैं और अत्यधिक सम्मान प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं।
·        इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार विशेष लाभ देने वाले दिन हैं।
·        इनके लिए पीला, सुनहरा, भूरा रंग काफी फायदेमंद है।
·        तांबा और सोना से इन्हें विशेष लाभ प्रदान करता है।
·        इनके लिए पुखराज, पीला हीरा, कहरुवा और इस रंग के रत्न, जवाहरत आदि लाभदायक हैं।
11 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
अंक ज्योतिष के अनुसार इस अंक के लोगों की कल्पनाशक्ति और रचनात्मक क्षमता काफी अधिक होती है। इस अंक का कारक ग्रह चंद्र है। ये लोग चंद्र के प्रभाव से हर कार्य को अच्छे और बेहद ही आकर्षक तरीके से करते हैं। हर पल नया करने के लिए लालायित रहते हैं। यह लोग काफी रोमांटिक स्वभाव के होते हैं और विपरित लिंग के प्रति बहुत अधिक आकर्षित होते हैं। अन्य लोग भी इनके व्यक्तित्व और कार्यशैली से इन पर मोहित हो जाते हैं। अधिकांशत: इस अंक के लोग शारीरिक दृष्टि से अधिक बलवान न होते हुए सामान्य शरीर वाले होते हैं।
·        इस अंक के लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शुक्रवार काफी शुभ दिन होते हैं।
·        इनके लिए हरा या हल्का हरा रंग बेहद फायदेमंद है। क्रीम और सफेद रंग भी विशेष लाभ देते हैं।
·        लाल, बैंगनी या गहरे रंग इनके लिए अच्छे नहीं होते।
·        इस अंक वालों को मोती, चंद्रमणि, पीले-हरे रत्न पहनना चाहिए।
१२ तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
इस अंक के व्यक्ति बहुत भावुक होते हैं और अनुशासन बहुत पसंद करते हैं। इस अंक के लोगों की यही मानसिकता होती है कि इन्हें निरंतर प्रगति करना है। इस अंक का कारक ग्रह बृहस्पति है। इनके लिए जीवन में हर समय खुश रहना और दूसरों को खुश रखना ही इनका लक्ष्य होता है, यह स्वभाव से बहुत मनमौजी होते हैं। अपने से बड़ों के आदेशों पालन करते हैं और चाहते हैं कि इनके आदेशों का भी पालन उसी तरह किया जाए।
·        इनके लिए मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार अधिक शुभ होते हैं।
·        हर माह की 6, 9, 15, 18, 27 तारिखें इनके लिए विशेष रूप से लाभदायक हैं।
·        इन लोगों की अंक 6 और अंक 9 वाले व्यक्तियों से काफी अच्छी मित्रता रहती है।
·        रंगों में इनके लिए बैंगनी, लाल, गुलाबी, नीला शुभ होते है।
13 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
इस अंक का कारक ग्रह यूरेनस है। इस अंक के लोग किसी एक विषय को भी अलग-अलग दृष्टिकोण के साथ देखते हैं। इन्हे बेकार तर्क-वितर्क करना पसंद नहीं होता है। इस अंक के छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परिक्षाओं में विशेष उपलब्धियां हासिल करते हैं।
सामान्यत: इस अंक के लोगों से मित्रता निभाना काफी मुश्किल होता है, परंतु ये बहुत अच्छे मित्र होते हैं। ये लोग अपने शुभचिंतकों और स्नेहीजनों के लिए कुछ भी करने में बिल्कुल सोचते नहीं हैं।
इस अंक लोग सामान्यत: विरोधी दृष्टिकोण वाले होते हैं। किसी की बात से बहुत कम संतुष्ट होते हैं। इनसे मिलने वाले लोगों को ऐसा ही लगता है कि ये रुखे स्वभाव और गुस्से वाले लोग हैं परंतु यह दिल से साफ होते हैं। किसी के प्रति मन में कोई बैर भाव नहीं रखते। फिर भी इनके कई शत्रु बन जाते हैं जो इन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते रहते हैं।
·        इस अंक वाले लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शनिवार भाग्यशाली दिन होते हैं।
·        इनके लिए 1, 2, 7, 10, 11, 16, 18, 20, 25, 28, 29 तारीखें विशेष लाभ प्रदान करने वाली होती हैं।
·        इन्हें नीला और ब्राउन कलर काफी फायदा पहुंचाता है अत: इन्हें इस रंग के कपड़े पहनना चाहिए।
14 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
इस का स्वामी ग्रह है बुध। बुध ग्रह को ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नौ ग्रहों में राजकुमार का पद प्राप्त है। अत: इस अंक वाले लोगों को बुध वैसा ही वैभव और जीवन स्तर प्रदान करता है। अंक 5 वाले काफी स्टाईलिश होते हैं और वैसे ही डिजाइनर कपड़े पहनना पसंद करते हैं। सामान्यत: इनकी सभी से बहुत जल्द दोस्ती हो जाती है और ये सभी से अच्छी दोस्ती निभा सकते हैं। दोस्तों के लिए यह जितने उदार और शुभचिंतक होते हैं ठीक इसके विपरीत दुश्मनों के लिए उतने ही बुरे।
·        इन लोगों के लिए बुधवार और शुक्रवार शुभ होते हैं।
·        रंगों में इनके लिए हल्का ब्राउन, सफेद और चमकदार बेहद लाभदायक है।
·        इन्हें गहरे रंग के कपड़े कम से कम पहनना चाहिए।
·        इनके लिए 5, 14, 23 तारीखें भाग्यशाली होती हैं।
15 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म माह की 15 तारीख को हुआ है वे समाज और ऑफिस या परिवार के सभी लोगों से विशेष स्नेह रखते हैं। साथ ही इनके अधीन कार्य करने वाले लोग भी इनका बहुत सम्मान करते हैं। इस अंक का कारक ग्रह शुक्र है। शुक्र के प्रभाव से ये लोग इनका झुकाव प्रेम-प्रसंग की ओर अधिक होता है। हालांकि माता-पिता की ओर भी ये लोग पूरा ध्यान रखते हैं।
वैसे तो प्रेम में सभी अपने साथी की हर मनोकामना पूरी करने की पूरी कोशिश करते हैं, परंतु इस अंक के लोग प्रेम में काफी अधिक डूब जाते हैं। ये लोग अपने प्रेमी की छोटी-छोटी इच्छाओं को भी पूरा करने के लिए भी हमेशा तैयार रहते हैं।
- इनके लिए मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार शुभ दिन होते हैं। इस दिन शुरू किए कार्यों में इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
·        किसी भी माह की 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30 तारिख के दिन शुभ होते हैं।
·        इन लोगों के लिए बैंगनी और काला रंग अशुभ है। इन्हें लाल या गुलाबी शेड्स के कपड़े पहनने चाहिए।
·        इन लोगों की मित्रता 3, 6, 9 अंक वालों से अच्छी रहती है।
·        ये लोग अंक 5 के लोगों से आगे बढऩे का बहुत प्रयास करते हैं परंतु पीछे रह जाते हैं।
16 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 16 तारीख को हुआ है, वे लोग चंद्र से प्रभावित होते हैं। इस अंक का कारक ग्रह नेपच्यून है, नेपच्यून यानी वरुण ग्रह जल का कारक है और जल पर चंद्र का सीधा असर होता है।
ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा की चाल अन्य ग्रहों में सबसे तेज है। चंद्र किसी भी राशि में मात्र ढाई दिन ही रुकता है। इसलिए इसे चंचलता का प्रतीक माना जाता है।
सामान्यत: इस अंक के लोग चंद्र के प्रभाव से लेखक, चित्रकार या कवि बन जाते हैं। इन्हें हर कार्य को नए तरीके से करना पसंद है।
·        इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार शुभ दिन होते हैं।
·        माह की 1, 2, 4, 7, 10, 11, 13, 16, 19, 20, 22, 25, 28, 29, 31 तारिखें शुभ फल देने वाली हैं।
·        इनके लिए हरा, पीला, सफेद, क्रीम और हल्के रंग लाभदायक है।
·        इन्हें गहरे रंगों के उपयोग से बचना चाहिए।
·        इन्हें भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।
17 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
किसी भी माह की 17 तारीख को जन्म लेने वाले व्यक्ति के अंक का स्वामी ग्रह शनि है। अंक ज्योतिष के अनुसार ये लोग काफी रहस्यमय स्वभाव के होते हैैं। इन्हें समझना काफी मुश्किल होता है।
इस अंक के लोगों का व्यवहार अन्य अंक वालों से बिल्कुल अलग होता है। ये लोग दूसरो के लिए भाग्यशाली होते हैं और दूसरों पर पूरा प्रभाव रखते हैं। शनि के कारण इन लोगों का व्यवहार थोड़ा रुआबदार होता है। सामान्यत: अपने जिद्दी स्वभाव के कारण इन्हें कभी-कभी अकेलेपन का भी सामना करना पड़ता है।
शनि के कारण इन लोगों को जीवन में कई बार कठिन समय का सामना करना पड़ता है। यह लोग हर बात को बहुत गहराई से सोचते हंै तथा बोलनेे में स्पष्टवादी होते हैं। इसलिए अपने जीवन में इनको कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है।
·        इन लोगों के लिए शनिवार का दिन विशेष होता है। इसके साथ ही सोमवार और रविवार भी इनके लिए फायदेमंद रहते हैं।
·        इन लोगों के लिए किसी भी माह के लिए 8, 17 और 26 तारीखें बहुत शुभ रहती हैं।
·        रंगों में इनके लिए गहरा भूरा रंग, नीला, काला और बैंगनी शुभ रहता है।
·        इनके लिए काला नीलम या काला मोती धारण करना शुभ रहता है।
18 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की तारीख 18 को हुआ है, उनके अंक का कारक मंगल ग्रह है और यह अंक मंगल का प्रतीक है। इस अंक के अधिकतर लोगों का जीवन संघर्ष के साथ व्यतीत होता है। छोटी-छोटी सफलतााओं के लिए भी इन्हें कड़ी मेहनत करना होती है।
ये लोग संगठन में कार्य करने में बहुत कुशल होते हैं और दूसरों पर नियंत्रण रखना इनका शौक होता है। मंगल के प्रभाव से इन लोगों को गुस्सा काफी अधिक आता है। ये लोग जल्दबाजी में निर्णय ले लेते हैं और फिर बाद में इन्हें बुरा परिणाम झेलना पड़ता है।
·        इस अंक वाले लोगों के लिए 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27 और 30 तारीखें विशेष फायदेमंद रहती है।
·        इन लोगों को अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। गुस्से पर नियंत्रण के बाद इन्हें कार्यों में कई उपलब्धियां हासिल हो जाती हैं।
·        इन लोगों के लिए रूबी रत्न धारण करना फायदेमंद रहता है। यह रत्न ऐसे धारण करना चाहिए कि ये हमेशा शरीर को स्पर्श करता रहे।
·        इनके लिए शुक्रवार, बृहस्पतिवार, मंगलवार शुभ दिन होते हैं।
19 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 19 तारीख को हुआ है, वे लोग रचनात्मक तरीके से किसी कार्य को पूर्ण कर लेते हैं। इन लोगों का लकी नंबर 1 होता है। इस अंक का कारक ग्रह सूर्य है। इसलिए अंक 1 वाले सभी लोगों को सूर्य विशेष रूप से प्रभावित करता है।
अंक ज्योतिष के अनुसार इस अंक वाले व्यक्ति रचनात्मक, सकारात्मक सोच वाले और नेतृत्वक्षमता के धनी होते हैं। ये लोग जो कार्य शुरू करते हैं उसे जब तक पूरा नहीं करते, इन्हें शांति नहीं मिलती। इन लोगों का विशेष गुण होता है कि यह हर कार्य को पूर्ण योजना बनाकर करते हैं, अपने कार्य के प्रति पूरे ईमानदार रहते हैं।
·        इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार विशेष लाभ देने वाले दिन हैं।
·        इनके लिए पीला, सुनहरा, भूरा रंग काफी फायदेमंद है।
·        तांबा और सोना से इन्हें विशेष लाभ प्रदान करता है।
·        इनके लिए पुखराज, पीला हीरा, कहरुवा और इस रंग के रत्न, जवाहरत आदि लाभदायक हैं।
20 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म 20 तारीख को हुआ है वे लोग अधिक समय तक एक जैसा जीवन नहीं जी सकते, इन्हें परिवर्तन काफी पसंद होता है। इनके कई मित्र होते हैं। मन की चंचलता के कारण इनका मन अधिकांश समय अस्थिर ही रहता है। विपरित परिस्थितियों में बहुत जल्द दुखी हो जाते हैं और कई बार हिम्मत भी हार जाते हैं। ऐसे में इनमें आत्मविश्वास की कमी आ जाती है।
यह अंक चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। चंद्रमा रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्रमा के सभी गुण अंक 2 वाले में विद्यमान रहते हैं।
जिस प्रकार चंद्रमा को चंचलता का प्रतीक माना जाता है कि ठीक उसी प्रकार अंक 2 वाले भी चंचल स्वभाव के होते हैं। चंद्र के प्रभाव से ये लोग प्रेम-प्रसंग में भी पारंगत रहते हैं।
·        इस अंक के लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शुक्रवार काफी शुभ दिन होते हैं।
·        इनके लिए हरा या हल्का हरा रंग बेहद फायदेमंद है। क्रीम और सफेद रंग भी विशेष लाभ देते हैं।
·        लाल, बैंगनी या गहरे रंग इनके लिए अच्छे नहीं होते।
·        इन्हें मोती, चंद्रमणि, पीले-हरे रत्न पहनना चाहिए।

21 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 21 तारीख को हुआ है, वे लोग अपनी अलग ही विशेषता के कारण प्रसिद्ध रहते हैं। सामान्यत: इस अंक के लोग काफी महत्वकांक्षी होते हैं। इस अंक का ग्रह स्वामी गुरु है। गुरु के प्रभाव से ये लोग किसी उच्च पद को प्राप्त करते हैं। इन्हें किसी भी प्रकार का दबाव पसंद नहीं होता है। यदि काम को लेकर इन पर दबाव बनाया जाता है तो ये लोग खीजने लग जाते हैं।
इस अंक के लोग हर क्षेत्र में ऊंचाई पर पहुंचते हैं। इन्हें मेहनत अधिक करना होती है परंतु अंतत: सफलता प्राप्त कर लेते हैं।
·        इनके लिए मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार अधिक शुभ होते हैं।
·        हर माह की 6, 9, 15, 18, 27 तारिखें इनके लिए विशेष रूप से लाभदायक हैं।
·        इन लोगों की अंक 6 और अंक 9 वाले व्यक्तियों से काफी अच्छी मित्रता रहती है।
·        रंगों में इनके लिए बैंगनी, लाल, गुलाबी, नीला शुभ होते है।
22 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 22 तारीख को हुआ है वे लोग अपने आसपास के लोगों से एकदम अलग स्वभाव के होते हैं। ये लोग तर्क-वितर्क करते रहते हैं, इसी वजह से इनके गुप्त शत्रु होते हैं। पुराने समय से चली आ रही परंपराओं के प्रति इनका झुकाव कम ही होता है। इस अंक का स्वामी यूरेनस होता है।
इस अंक के लोग काफी संवेदनशील होते हैं। यह काफी जल्दी गुस्सा हो जाते हैं। छोटी-छोटी बातों का बुरा मान जाते हैं। इसी स्वभाव की वजह से इनके ज्यादा मित्र नहीं होते हैं। मित्र कम होने की वजह से यह लोग अधिकांश समय अकेलापन महसूस करते हैं। ये किसी को दुखी नहीं देख सकते।
·        इन लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शनिवार भाग्यशाली दिन होते हैं।
·        इनके लिए 1, 2, 7, 10, 11, 16, 18, 20, 25, 28, 29 तारीखें विशेष लाभ प्रदान करने वाली होती हैं।
·        इन्हें नीला और ब्राउन कलर काफी फायदा पहुंचाता है अत: इन्हें इस रंग के कपड़े पहनना चाहिए।
23 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों की जन्म तारीख 23 वे है लोग उत्तेजनाभरे कार्य करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। इनका ज्यादा झुकाव पैसा की ओर होता है, धन की प्राप्ति के लिए ये प्राय: नए-नए रास्तों की खोज करने में लगे रहते हैं। इसी वजह से अंक 5 के लोग खूब धन भी प्राप्त कर लेते हैं।
इस अंक का स्वामी बुध है। बुध के प्रभाव से ये लोग काफी बुद्धिमान होते हैं और बुद्धि संबंधी कार्यों में विशेष सफलता भी प्राप्त करते हैं। ये लोग किसी भी कार्य के लिए शीघ्र निर्णय कर लेते हैं, इसी आदत की वजह से कई बार इन्हें नुकसान भी होता है।
·        इन लोगों के लिए बुधवार और शुक्रवार शुभ होते हैं।
·        रंगों में इनके लिए हल्का ब्राउन, सफेद और चमकदार बेहद लाभदायक है।
·        इन्हें गहरे रंग के कपड़े कम से कम पहनना चाहिए।
·        इनके लिए 5, 14, 23 तारीखें भाग्यशाली होती हैं।
24 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जिन लोगों की जन्म तारीख 24 है उनके लिए अपने परिवार और शुभचिंतकों की कोई भी बात किसी आदेश के समान ही होती है। प्रेम में इन लोगों का स्वभाव काफी समर्पित रहता है। अपने साथी की किसी भी इच्छा को पूरी करने के लिए ये लोग सदैव तत्पर रहते हैं।
ये लोग अपने इरादों के पक्के होते हैं और जो काम एक बार सोच लेते हैं, उसे पूरा करके ही चैन की सांस लेते हैं। इन लोगों की सुंदर वस्तुएं बहुत जल्दी आकर्षित कर लेती हैं। माता-पिता की ओर भी इनका झुकाव काफी अधिक रहता है।
अंक ज्योतिष के अनुसार इस अंक का स्वामी शुक्र ग्रह है। शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति काफी ग्लेमरस और हाई लाइफ स्टाइल के साथ जीवन जीते हैं। ऐसे लोगों से कोई भी बहुत ही जल्द आकर्षित हो जाता है।
·        इनके लिए मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार शुभ दिन होते हैं। इस दिन शुरू किए कार्यों में इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
·        किसी भी माह की 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30 तारिख के दिन शुभ होते हैं।
·        इन लोगों के लिए बैंगनी और काला रंग अशुभ है। इन्हें लाल या गुलाबी शेड्स के कपड़े पहनने चाहिए।
·        इन लोगों की मित्रता 3, 6, 9 अंक वालों से अच्छी रहती है।
·        ये लोग अंक 5 के लोगों से आगे बढऩे का बहुत प्रयास करते हैं परंतु पीछे रह जाते हैं।
25 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
जो लोग किसी भी माह की 25 तारीख को जन्म लेते हैं वे लोग आमतौर पर यात्रा के दौरान पुस्तक पढऩा पसंद करते हैं। इस अंक का कारक ग्रह वरुण होता है और यह जल का कारक है। जल पर सीधा असर चंद्र का होता है। इसी वजह से चंद्र के कारण ये लोग चंचल स्वभाव के होते हैं। ये लोग विदेश यात्रा करने के इच्छूक होते हैं। इन्हें समाज की पूर्ण जानकारी रखना भी अच्छा लगता है। घर-परिवार में इन लोगों का काफी मान-सम्मान होता है।
इस अंक पर सीधे असर डालने वाला ग्रह चंद्र मन का नियंत्रक भी कहा जाता है। चंद्र से संबंधित अंकों वाले लोग अमावस्या और पूर्णिमा के दिन इससे विशेष रूप से प्रभावित होते हैं। धर्म के मामले में इन्हें पुरानी परंपराएं इन्हें पसंद नहीं होती। इन्हें तंत्र-मंत्र में रूचि रहती है।
·        इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार शुभ दिन होते हैं।
·        माह की 1, 2, 4, 7, 10, 11, 13, 16, 19, 20, 22, 25, 28, 29, 31 तारिखें शुभ फल देने वाली हैं।
·        इनके लिए हरा, पीला, सफेद, क्रीम और हल्के रंग लाभदायक है।
·        इन्हें गहरे रंगों के उपयोग से बचना चाहिए।
·        इन्हें भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।

26 तारीख को जन्म लेने वाले लोग-
इस अंक का कारक ग्रह शनि है। ज्योतिष में शनि को न्यायाधीश माना जाता है। शनि किसी भी व्यक्ति के द्वारा किए गए अच्छे-बुरे कर्मों का फल प्रदान करता है। इस वजह से शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है। शनि के प्रभाव से ही ये लोग भी समान में दृढ़ इच्छा शक्ति वाले जाते हैं। इन लोगों का दूसरों का काफी गहरा असर होता है। जब ये लोग किसी कार्य का उत्तरदायित्व अपने कंधों पर लेते हैं तो उसे पूरा अवश्य करते हैं।
इस अंक के लोगों में मनोबल एवं आध्यात्मिक शक्ति अधिक होती है। इन लोगों का परमात्मा पर विश्वास अधिक होता है।
·        इन लोगों के लिए शनिवार का दिन विशेष होता है। इसके साथ ही सोमवार और रविवार भी इनके लिए फायदेमंद रहते हैं।
·        इन लोगों के लिए किसी भी माह के लिए 8, 17 और 26 तारीखें बहुत शुभ रहती हैं।
·        रंगों में इनके लिए गहरा भूरा रंग, नीला, काला और बैंगनी शुभ रहता है।
·        इनके लिए काला नीलम या काला मोती धारण करना शुभ रहता है।
27 तारीख को जन्म लेने वाले-
इस अंक के लोग अति परिश्रमी और साहसी होते हैं। ये लोग किसी भी कार्य को पूरी ईमानदारी के साथ पूर्ण करते हैं और इसी वजह से इन्हें ऑफिस में प्राथमिकता दी जाती है। हालांकि इस अंक लोगों को जीवन में कई बार छोटी-छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अंतत: इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
इस अंक का स्वामी मंगल है। मंगल के प्रभाव से ये लोग जल्दी क्रोधित होने वाले होते हैं। कभी-कभी जल्दबाजी में निर्णय भी ले लेते हैं। ये लोग अपने उत्साह और साहस के बल पर बड़ी-बड़ी परेशानियों को आसानी से दूर कर लेते हैं।
·        इस अंक वाले लोगों के लिए 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27 और 30 तारीखें विशेष फायदेमंद रहती है।
·        इन लोगों को अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। गुस्से पर नियंत्रण के बाद इन्हें कार्यों में कई उपलब्धियां हासिल हो जाती हैं।
·        इन लोगों के लिए रूबी रत्न धारण करना फायदेमंद रहता है। यह रत्न ऐसे धारण करना चाहिए कि ये हमेशा शरीर को स्पर्श करता रहे।
·        इनके लिए शुक्रवार, बृहस्पतिवार, मंगलवार शुभ दिन होते हैं।

28 तारीख को जन्म लेने वाले-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 28 तारीख को हुआ है वे लोग सूर्य से सीधे प्रभावित होते हैं। इन लोगों पर सूर्य देव की विशेष कृपा रहती है, क्योंकि इस अंक का स्वामी ग्रह सूर्य ही है। सूर्य से इन्हें किसी भी कार्य को करने के लिए पूरी ऊर्जा की प्राप्ति होती है। जिस प्रकार सूर्य चारों और रोशनी फैलाता है, ठीक इसी प्रकार ये लोग भी समाज और घर-परिवार में अपना प्रभाव फैलाते हैं।
सामान्यत: इस अंक के लोग अतिमहत्वकांशी होते हैं, लेकि अपने लक्ष्य के मार्ग में आने वाली सभी परेशानियों को आसानी से दूर कर लेते हैं।
जो लोग इनके अधीन कार्य करते हैं वे प्राय: इन्हीं पर आश्रित रहते हैं। इनकी मदद के बिना इनके अधिनस्थ कार्य को ठीक से पूरा नहीं कर पाते हैं।
·        इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार विशेष लाभ देने वाले दिन हैं।
·        इनके लिए पीला, सुनहरा, भूरा रंग काफी फायदेमंद है।
·        तांबा और सोना से इन्हें विशेष लाभ प्रदान करता है।
·        इनके लिए पुखराज, पीला हीरा, कहरुवा और इस रंग के रत्न, जवाहरत आदि लाभदायक हैं।
29 तारीख को जन्म लेने वाले-
इस अंक का स्वामी चंद्र है। चंद्र के प्रभाव से ये लोग सूर्य से संबंधित अंकों वाले लोगों से विशेष तालमेल रखते हैं। ये लोग अपनी कल्पना शक्ति के बल पर किसी भी कार्य को नए ढंग से करने में सफल रहते हैं। अपनी इसी योग्यता के कारण इन्हें कार्यालय में भी विशेष स्थान प्राप्त होता है। ये लोग शरीर की अपेक्षा मस्तिष्क से अधिक बलवान होते हैं।
जिस प्रकार चंद्रमा को चंचलता का प्रतीक माना जाता है कि ठीक उसी प्रकार इस अंक वाले भी चंचल स्वभाव के होते हैं। चंद्र के प्रभाव से ये लोग प्रेम-प्रसंग में भी पारंगत रहते हैं।
·        इस अंक के लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शुक्रवार काफी शुभ दिन होते हैं।
·        इनके लिए हरा या हल्का हरा रंग बेहद फायदेमंद है। क्रीम और सफेद रंग भी विशेष लाभ देते हैं।
·        लाल, बैंगनी या गहरे रंग इनके लिए अच्छे नहीं होते।
·        अंक 2 वालों को मोती, चंद्रमणि, पीले-हरे रत्न पहनना चाहिए।
30 तारीख को जन्म लेने वाले
जिन लोगों की जन्म तारीख 30 वे लोग कभी-कभी तानशाही भी करने लगते हैं। इसी वजह से इनके कई विरोधी हो जाते हैं। अतिस्वाभिमान और दूसरों के प्रति आभार मानना भी इन्हें पसंद नहीं होता।
इस अंक का स्वामी ग्रह बृहस्पति है और इसी ग्रह की वजह से इन्हें भाग्य का पूरा साथ मिलता है। सामान्यत: इन लोगों को किसी के नेतृत्व में काम करना अधिक पसंद नहीं होता है, लेकिन परिस्थितिवश ये किसी संगठन में भी अच्छे ढंग से कार्य पूर्ण कर सकते हैं।
इनका लक्ष्य उन्नति करते जाना होता है, अधिक समय एक जगह रुककर यह कार्य नहीं कर सकते। इन्हें बुरी परिस्थितियों से लडऩा बहुत अच्छे से आता है।
·        इनके लिए मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार अधिक शुभ होते हैं।
·        हर माह की 6, 9, 15, 18, 27 तारिखें इनके लिए विशेष रूप से लाभदायक हैं।
·        इन लोगों की अंक 6 और अंक 9 वाले व्यक्तियों से काफी अच्छी मित्रता रहती है।
·        रंगों में इनके लिए बैंगनी, लाल, गुलाबी, नीला शुभ होते है।
31 तारीख को जन्म लेने वाले-
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 31 तारीख को हुआ है वे लोग गुप्त विरोधियों से परेशान रहते हैं। सामान्यत: इनके स्वभाव में तर्क-वितर्क करना शामिल होता है और इसी वजह से ये लोग शत्रुओं की संख्या बढ़ा लेते हैं। इस अंक का स्वामी ग्रह यूरेनस (अरुण) होता है। अत: इन लोगों पर सूर्य का सीधा असर होता है।
कभी-कभी इनके स्वभाव को देखते हुए ऐसा लगता है कि ये लोग झगड़ालू स्वभाव के हों, लेकिन ऐसा होता नहीं है। अपने तर्क-वितर्क के स्वभाव के कारण इन्हें वाद-विवाद और कानूनी कार्यों में विशेष सफलता प्राप्त होती है।
किसी भी प्रकार की विपरित परिस्थितियों को ये लोग आसानी से अपने पक्ष में कर लेते हैं। ये लोग घर-परिवार में अलग-अलग नियम बनाते रहते हैं।
·        इन लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शनिवार भाग्यशाली दिन होते हैं।
·        इनके लिए 1, 2, 7, 10, 11, 16, 18, 20, 25, 28, 29 तारीखें विशेष लाभ प्रदान करने वाली होती हैं।
·        इन्हें नीला और ब्राउन कलर काफी फायदा पहुंचाता है अत: इन्हें इस रंग के कपड़े पहनना चाहिए।

अंक ज्योतिष और द्वादश राशियां का आविर्भाव आज से लगभग छह हजार वर्ष पूर्व ऋषि पराशर एवं ऋषि अगस्त्य द्वारा हुआ माना जाता है। यद्यपि अंक शास्त्र का उदय भारत में ही हुआ है, परंतु अंक विद्या का प्रचार और नव अन्वेषण अधिकांशतः विदेशों में हुए हैं।
पश्चिमी दुनिया में पाइथागोरस को अंक शास्त्र का जनक माना जाता है, जिन्होंने अपनी पुस्तक दुर्लभ परिसंवादमें उल्लेख किया है - ‘‘अंक सभी के विचारों, उनके तौर तरीकों, यहां तक कि आकृति को भी नियंत्रित करते हैं। यही कारण है कि दैनिक आपदाग्रस्तता हो या किसी भी तरह का दैविक विध्वंस, उसके मूल में अंकों की ही भूमिका होती है।’’ सेफेरियल हिब्रू यहूदी कबाला पद्धति के अंक विज्ञानी माने जाते हैं। सेफेरियल को छोड़कर अंक विद्या के शेष सभी विद्वानों ने एक से नौ तक के अंकों का विश्लेषण-प्रतिपादन किया। अंक वैज्ञानिकों में सर्वाधिक प्रचलित नाम कीरो का है।
अंक शास्त्र में 0 (शून्य) को कोई महत्व नहीं दिया गया। इस शास्त्र में इकाई 1 से 9 तक के अंकों का विश्लेषण करते हुए भविष्य कथन किया जाता है। इन अंकों को एकल अंक की संज्ञा प्राप्त है। सौर मंडल में देखा जाए तो वस्तुतः नौ ग्रह ही हैं। सर्वांग गणनाओं का आधार भी यही अंक है।
दहाई की सबसे छोटी संख्या दस से अनंत संख्याओं में इन्हीं अंकों की पुनरावृति होती है। किसी भी बड़ी संख्या में प्रयुक्त अंकों को परस्पर एक-दूसरे से जोड़कर एकल अंक में बदला जा सकता है। ऐसी संख्या को अंक शास्त्र में मूल अंक या मूलांक कहते हैं।
 अंक शास्त्र के आधार पर राशि जानने के लिए वर्ष का विभाजन बारह भागों में किया गया है। जिस निश्चित समय सीमा में किसी जातक का जन्म होता है, वह उसकी राशि होती है। राशियों की यह प्रणाली भारतीय ज्योतिष की राशि प्रणाली से सर्वथा भिन्न है। भारतीय ज्योतिष में किसी भी व्यक्ति की राशि का आधार चंद्र नक्षत्र का नामाक्षर होता है, जबकि अंक शास्त्र में राशि का आधार कैलेंडर वर्ष की तारीख वाली द्वय मासों की कुछ निश्चित समयावधि होती है जिसका समन्वय सूर्य की संक्रांति से होता है।
जन्म दिनांक के आधार पर बनने वाली द्वादश राशियां - अंक ज्योतिष के आधार पर किसी भी वर्ष में जन्म लेने वाला जातक निम्न काल खंडों के अंतर्गत पड़ने वाली जन्म तारीख को देखकर अपनी राशि ज्ञात कर सकता है।
23 दिसंबर से 20 जनवरी: इस अवधि में जन्म होने पर ‘‘मकर राशि’’ मानी जाती है। इस राशि में जन्म लेने वाले जातक आमतौर पर सामान्य स्तर का जीवन बिताते हुए उन्नति के पथ पर अग्रसर होते हैं और दूसरों की उन्नति देखकर प्रसन्न भी रहते हैं। 30 वें वर्ष में ऐसे जातकों का भाग्योदय होना माना जाता है। इस राशि का अधिपति शनि और राशि रत्न नीलम है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार मकर लग्न में जन्म लेने वाले जातक को अपनी उन्नति हेतु नीलम, पन्ना और हीरा अथवा इनके उप-रत्नों से बना त्रिशक्ति रत्न कवच या लाॅकेट धारण करना चाहिए।
21 जनवरी से 19 फरवरी: इस अवधि में जन्म लेने वालों की राशि ‘‘कुंभ’’ मानी गई है। कुंभ राशि की आकृति जल वाहक जैसी है। 36 वर्ष की आयु के उपरांत कुंभ’’ राशि के जातक अक्सर धनवान होते देखे जाते हैं। इस अवधि के दौरान जिनका जन्म होता है, वे प्रायः भीरु, परंपरावादी, व्यवसायी, कार्य-पटु और स्वाभिमानी होते हैं। इनकी कार्य-सिद्धि अकस्मात रूप में होती है। किंतु इन्हें वांछित संतान सुख मिलने की संभावना कम रहती है। यह राशि भी शनि के स्वामित्व वाली राशि है। नीलम इस राशि का अनुकूल रत्न है। इस अवधि के दौरान उत्पन्न हुए लोगों की जन्म कुंडली का लग्न यदि कुंभ हो तो उनके लिए नीलम, पन्ना और हीरा रत्न समान रूप से लाभदायक होते हैं। उन्हें अपनी भाग्योन्नति के लिए इन रत्नों का अथवा इनके उपरत्नों त्रिशक्ति लाकेट धारण करना चाहिए।
20 फरवरी से 21 मार्च: अंक विद्या के अनुसार इस अवधि में उत्पन्न जातकों की राशि ‘‘मीन’’ मानी जाती है। यह बृहस्पति के आधिपत्य वाली राशि है। इसकी आकृति जलक्रीड़ारत मत्स्य युगल जैसी होती है। मीन राशि का जातक भले ही अल्प शिक्षित हो, फिर भी उसमें कोई न कोई विशिष्ट गुण या ज्ञान अवश्य पाया जाता है। इस अवधि में जन्म लेने वाले जातकों का संबंध बौद्धिक या कला के कार्यों से अधिक होता है, परंतु वे दैनिक जीवन में चिंतित एवं अव्यवस्थित रूप में जीवन-यापन करने वाले हो सकते हैं। जीवन का 21, 30, 39 या 48 वां वर्ष इनकी भाग्योन्नति का वर्ष या महत्वपूर्ण वर्ष हो सकता है। मीन राशि का भाग्य-रत्न पीला पुखराज है। यदि ऐसे जातकों का जन्म कालीन लग्न भारतीय ज्योतिष पद्धति के अनुसार मीन हो तो वे पुखराज, मोती और मूंगे का बना लाकेट धारण कर लाभान्वित हो सकते हैं। यह एक जलतत्व राशि है, अतः ऐसे जातक को गणेशार्चन करना चाहिए, इससे शीघ्र ही सुख-शांति-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
22 मार्च से 20 अप्रैल: इस अवधि में जिनका जन्म होता है, अंक शास्त्र के अनुसार उनकी ‘‘मेष राशि’’ होती है। ऐसे जातकों के लिए जीवन का 18वां, 21वां और 25वां वर्ष विशेष महत्व के होते हैं। इस राशि वालों के जीवन का पूर्वार्द्ध संघर्षमय, किंतु उतरार्द्ध सुखमय हो सकता है। बचपन और किशोरावस्था में मेष राशि के जातक उपद्रव-प्रिय भले ही हों, परंतु युवावस्था में वे साहसी, धीर और प्रतिभा संपन्न हो जाते है।सैनिक, सेनानायक, इंजीनियर अनुसंधानकर्ता, अभिनेता, अन्वेषक, आपरेटर, लिपिकादि, रक्षात्मक कार्यों से आजीविका चलाने वाले लोग, इलेक्ट्रीशियन, शस्त्रागार संचालनकर्ता, शल्य क्रिया विशेषज्ञ, भू-कार्य से जुड़े लोग इत्यादि मेष राशि प्रधान होते हैं। मेष राशि का रत्न प्रवाल अर्थात मूंगा है। यदि 22 मार्च से 20 अप्रैल के मध्य जन्मे जातकों की कुंडली मेष लग्न वाली हो, तो उन्हें भाग्यवृद्धि हेतु मूंगा, माणिक्य और पुखराज अथवा इनके उपरत्नों का त्रिशक्ति लाकेट धारण करना चाहिए जो उनके साहसी, स्वस्थ और समृद्ध बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
21 अप्रैल से 21 मई: इस अवधि के मध्य जन्मे जातकों की राशि अंक शास्त्रानुसार ‘‘वृषभ’’ होती है। इस राशि के लोग अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों को पार करते हुए गंतव्य को पहुंच जाते हैं। धनोपार्जन कर अपना जीवन सफल बनाना इनका मकसद होता है। वे सुदर वस्त्र, आभूषण, शृंगार, मनोरंजन आदि के शौकीन होते हैं। वृष राशि अधिक संतान वाली, कोमलांगी, शांत प्रकृति, गौर वर्णा, पुष्ट शरीर वाली मानी गई है इसकी आकृति वृष जैसी है। इस राशि वाले व्यवसायी, कृषक, पाक कलाविद, राजकर्मी, पशुधन प्रेमी, आढ़तिए, कवि, लेखक, सुगंधित वस्तुओं के व्यापारी, वस्त्र विक्रेता आदि होते हैं। 15वां, 24वां, 29वां अथवा 25वां वर्ष इनके लिए उतम होता है। इन्हें हृदय, मूत्र, फेफड़े आदि से संबंधित रोग होने की संभावना रहती है। वृष राशि का भाग्यशाली रत्न हीरा है। वृष राशि एवं वृष लग्न में जन्मे जातकों के लिए हीरा, पन्ना और नीलम अथवा इनके उपरत्नों का लाकेट धारण करना शुभ माना जाता है।
22 मई से 21 जून: इस समयावधि में पैदा हुए लोगों की राशि ‘‘मिथुन’’ मानी जाती है, जो बुध के आधिपत्य वाली राशि है। काम के मामलों में सब कुछ सहीवाली मानसिकता ऐसे लोगों में विशेष रूप से पाई जाती है। 17,23,28,3241वां वर्ष इनके जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष माने जाते हैं। हरे रंग के मयूरपंखी और मोगरा रंग के वस्त्र-रत्नादि धारण करना मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ होता है। मिथुन राशि का प्रिय रत्न पन्ना माना गया है। इस अवधि में जन्मे लोगों को, जिनकी कुंडली में मिथुन लग्न हो, पन्ना, हीरा और नीलम अथवा उनके उपरत्नों की बनी अंगूठियां अथवा लाकेट धारण करना शुभ होता है। मिथुन राशि वाले शिल्पज्ञ, कलाकार, गायन, वादन और नृत्य प्रेमी, चित्रकार, इंजीनियर, वक्ता, भविष्यवक्ता, अधिवक्ता, शास्त्रानुरागी, कामुक, हास्य प्रेमी, मिलनसार, वणिक वृाता वाले, ज्ञानी विज्ञानी, दार्शनिक, सचिवादि होते हैं।
22 जून से 23 जुलाई: इस अवधि में जिनका जन्म होता है उनकी राशि अंक शास्त्रानुसार ‘‘कर्क’’ है। इस राशि पर चंद्र का आधिपत्य होता है। इसकी आकृति केकड़े जैसी होती है। रजोगुणी और जल तत्व वाली इस राशि के लोग प्रायः दो प्रकार के कार्य-व्यवसाय अपनाकर धनोपार्जन करने वाले और माता के भक्त होते हैं। यह राशि सहानुभूति, सुकुमारता, सहकारिता आदि का बोधक मानी गई है। भाषाविद, राज्याधिकारी, नौसैनिक, राजनेता, जलवैज्ञानिक, लेखक, संपादक, प्राध्यापक, चिकित्सक, कवि, नाविक, न्याविद, नीति विशारद जैसे लोगों पर कर्क राशि का प्रभुत्व होता है। इस राशि के लोगों में उŸोजना अधिक होती है। जीवन का 16,22,24,28,35 और 47वां वर्ष कर्क राशि वालों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। कर्क राशि का रत्न मोती है। कर्क राशि वालों के लिए मोती, मूंगा व पुखराज धारण करना शुभ होता है।
24 जुलाई से 23 अगस्त: इस अवधि में जन्म लेने वालों को सिंह राशि से प्रभावित माना गया है। सिंह राशि के जातक स्वच्छंदतापूर्वक रहना पंसद करते हैं। वे बलिष्ठ, निर्भीक, साहसी, क्रोधातुर होते हैं। वक दयालु भी होते हैं। ऐसे लोग शत्रु के साथ घोर शत्रुता रखते हैं। इन्हें भूख-प्यास व्याकुल कर देती है। ऐसे लोग निरोग होते हुए भी उदर पीड़ा से ग्रस्त पाए जाते हैं। वे गृह सज्जाकार, वास्तुकार, कलाकार, शिल्पकार, चित्रकार, लेखक, लिपिक, मुनीम, सैनिक, शिक्षक, प्रबंधक, शासक, प्रकाशक, अधिकारी या मंत्री हो सकते हैं। सिंह राशि का प्रतीक रत्न माणिक्य या सूर्यकांत मणि है। इनके लिए 19,22,31,40,46 और 58वां वर्ष भाग्यवर्धक होते हैं। सिंह राशि से प्रभावित लोगों को माणिक्य, पुखराज व मूंगा अथवा इनके उपरत्नों के मेल से बना लाकेट पहनना चाहिए।
24 अगस्त से 23 सितंबर: इस अवधि में पैदा हुए लोग कन्या राशि वाले माने जाते हैं। इस राशि पर बुध का आधिपत्य होता है। कन्या की आकृति वाली इस राशि से प्रभावित लोग आडंबर पसंद नहीं होते। 34 वर्ष की आयु के उपरांत इनका भाग्य इनका साथ देता है। तीव्र स्मरण शक्ति, स्त्री सदृश्य प्रकृति, धैर्य, लजीला स्वभाव आदि इस राशि वालों के विशेष गुण हैं। सद्साहित्य, गणित, विज्ञान, मनोविज्ञान आदि के अध्ययन-अध्यापन तथा हस्तकला, विपणन, एजेंसी, आशुलिपि, सार्वजनिक जैसे कार्यों से इस राशि से प्रभावित जातकों का संबंध होता है। ऐसे लोग अपनी मान-मर्यादा का सदैव ख्याल रखने वाले होते हैं। इनके लिए पन्ना भाग्यवर्धक होता है। यदि इस समयावधि में जन्मे लोगों की जन्म पत्रिका में कन्या लग्न हो, तो वे पन्ना, नीलम और हीरा या उनके उपरत्नों से बना त्रिशक्ति लाकेट धारण कर सकते हैं। इनके लिए जीवन का 29, 33, 41 और 50वां वर्ष महत्वपूर्ण होते हैं।
24 सितंबर से 23 अक्टूबर: भारतीय अंक शास्त्र या पाश्चात्य पद्धति के अनुसार इस अवधि में जन्मे लोगों की राशि ‘‘तुला’’ है। यह शुक्र के स्वामित्व वाली राशि है जिसकी आकृति तुला जैसी है। इस राशि के जातकों को सदैव व्यापार में लाभ और धनोपार्जन की चिंता रहती है। वे सत्यनिष्ठ, न्यायप्रिय, दार्शनिक बुद्धि वाले, नृत्य संगीत प्रेमी, शृंगार में अभिरुचि रखने वाले, सच्चे प्रेमी, प्रसन्न रहने वाले तथा स्वच्छताप्रिय होते हैं। वकील, बैरिस्टर, रंगमंच कर्मी, दूरदर्शन के कलाकार, अभिनेता, न्यायविद, लेखक, संपादक, पत्रकार, रेडियोसिंगर, उच्च पदस्थ अधिकारी, उच्चवर्गीय व्यापारी, आयात-निर्यातकर्ता, संगीतज्ञ आदि तुला राशि से प्रभावित होते हैं। इस राशि वालों को गुर्दे, मूत्र, रक्त आदि की बीमारी हो सकती है। रत्नराज हीरा इनके लिए शुभ है। इन्हें नीलम, पन्ना और हीरा अथवा इनके उपरत्न एक साथ धारण करना समान रूप से लाभदायक होता है।
24 अक्टूबर से 23 नवंबर: इस अवधि में जन्मे जातकों की राशि अंक शास्त्र के अनुसार वृश्चिक है। इनके भाग्यवर्धक वर्ष 18,26,34,44 और 68 माने गए है। इस राशि पर मंगल का प्रभाव अधिक होता है। भू-उत्खनन, भवन-निर्माण, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिसिटी, तस्करी, राजदूतावास, गुप्तचरी, खिलाड़ी, एलोपैथी, शल्य-क्रियाएं, आलोचना, जादूगरी, सेना आदि से संबंधित लोग इसी राशि से प्रभावित होते हैं। वृश्चिक लग्न वालों को मूंगा, पुखराज और मोती निर्मित लाकेट पहनना चाहिए।
24 नवंबर से 22 दिसंबर: इस कालखंड में जन्मे लोगों की राशि धनु होती है। यह गुरु के स्वामित्व वाली राशि है। ऐसे जातकों के लिए उनके जीवन का 21,30,39,48,66वां वर्ष शुभ माने गए हैं। इस राशि का रत्न पुष्पराग मणि तथा सहायक रत्न विद्रुम और मुक्ता हैं। इनके बच्चे कम होते हैं। अर्थ-संपन्न होते हुए भी इस राशि के जातकों के जीवन में धन की कमी बनी रहती है। इन्हें हर कार्य में सफलता मिलती है। मूल नक्षत्र इनके लिए अशुभत्व कारक है। मठाधीश, प्राध्यापक, पुरोहित, दार्शनिक, र भजन ी ित ज्ञ , प र ा म शर्् ा द ा त ा , अर्थ-धर्म-न्यायशास्त्री तथ् ा ा घ् ा ु ड ़ द ा ै ड ़ , आयुर्वेद और चिकित्सा से जुड़े लोग इस राशि से प्रभावित होते हैं। धनु लग्न वालों को गुरु, मंगल और चंद्र के रत्न या उपरत्न संयुक्त रूप में धारण करना चाहिए, इससे धन-संपदा में वृद्धि होती है।

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